Skip to main content

happy shivratri 2020 by mazzaplus.

         HAPPY MAHA SHIVRATRI 2020 !!!

हर हर महादेव 2020(Har Har Mahadev !!!!) ...

The festival of Maha Shivaratri is celebrated with great enthusiasm by the Hindus. A number of stories are prevalent behind the celebration of this festival.
New image happy maha shivratri 2020 download & share....

It is believed that Lord Shiva and Mother Parvati were married on this day and this festival is a symbol of their marriage and love.
HAPPY MAHA SHIVRATRI- 21 FEB 2020...

According to some stories, it is also said that on this day Lord Vishnu and Brahma Ji saw the Rudra Swaroop of Mahadev in Shivling. For this reason, worship of Shivling is done on Mahashivaratri.
बम बम भोले !!!!(Whatsapp New image share & download)

 It is also popular that by keeping the fast of Kuwari girls on the occasion of Maha Shivaratri, their marriage coincides.
On the festival of Maha Shivaratri, drink hemp mixed with milk in the form of prasad. It is called Bhole Baba's special prasad by everyone.
हर हर महादेव 2020 ...

Bum Bum Bhole !!
Har Har Mahadev!!!

Comments

Popular posts from this blog

कोरोना वायरस से बचने के दस आसन(Simple) तरीका(Tips) हिंदी में....by mazzaplus

  दिसम्बर 2019 में, चीन से फैलने वाले कोरोना वायरस के कारण होने वाली बीमारी का अभी तक कोई इलाज सम्भव नही हुआ है WHO के अनुसार इस वायरस से बचाने के लिए कुछ उपाय किये जा सकते है ..... उपाय-     1- बार-बार अपने हाथो को धोए |   2- अपने हाथो को साबुन और पानी से बार-बार धोए यदि आपके हाथ स्पस्ट रूप से गन्दे नही हो तो एल्कोहल उक्त हाथ रगड़ का उपयोग करे | Coronavirus(2019-nCoV)   3- श्वसन  स्वच्छता का अभ्यास करें    4-   खांसने और छींकने पर मुंह और नाक को फ्लेक्सिबल एल्बो या टिश्यू से ढक दें,टिशू को तुरंत बंद डिब्बे में छोड़ दें और अपने हाथों को अल्कोहल बेस्ड हैंड रब या साबुन और पानी से साफ करें।   5- सामाजिक दूरी बनाये रखे(लोगो से ज्यादा सम्पर्क न बनाये)   6-   अपने और अन्य लोगों के बीच कम से कम 1 मीटर ( 3 फीट) की दूरी बनाए रखें , विशेषरूप से जो लोग खांस रहे हैं , छींक रहे हैं और बुखार है।   7-   आंखों , नाक और मुंह को छूने से बचें | ऐसा क्योकि हमारे हाथ कई सतहों को छूते है जो वायरस से दूषित हो सकते है और यदि हम अपने दूषित हाथो से अ

Today is the birthday of a great social reformer in India.

                                   Kandukuri Veeresalingam Veeresalingam was born in 16 april 1848 an orthodox Brahmin family in Rajahmundry, Andhra Pradesh to Subbarayudu, and Poornamma. When he was six months old, he suffered from smallpox, a dangerous disease during that time. But somehow he survived. He lost his father when he was four years old. He was adopted by his paternal uncle Venkataratnam. After studying in an Indian street school, he was later sent to English medium school where his talents were recognized. His good nature and studiousness earned him the best student award in his school. He completed his matriculation in 1869 and got his first job as a teacher in Korangi village. Veeresalingam was married to Bapamma Rajyalakshmi in 1861. At the time of marriage, he was 13 years old, and his wife was 8. Literature:-                     Veeresalingam was a scholar in Sanskrit, Hindi & Telugu. Considering literature as a weapon to fight again

PARALLEL LIFE (समांतर जीवन)- एक "आश्चर्यजनक संयोग"......

PARALLEL LIFE (समांतर जीवन)- "एक आश्चर्यजनक संयोग"........   पुनर्जन्म की मान्यता तो हमारे हिन्दू धर्म में सदियों से चली आ रही है जिसमे यह माना जाता है की मनुष्य की मृत्यु होने पर केवल शरीर नष्ट होता है न की आत्मा| हिन्दू धर्म के प्राचीन वेद,पुराणों में भी पुनर्जन्म के साक्ष्य मिलते है | कहा जाता है की “आत्मा अजर और अमर है”, जिसका कभी भी विनाश नही हो सकता | 84 लाख योनियों में जन्म लेने के बाद ही मोक्ष की प्राप्ति हो सकती है | ऐसा हमारे वेद, पुराणों में कहा गया है | जब व्यक्ति साधना के बल पर सांसारिक दुविधाओं से मुक्त होकर स्वयं को जान लेता है तब जन्म की प्रक्रिया से भी मुक्ति पा लेता है। फिर भी अपनी स्वेच्छा से जन्म धारण कर सकता है। मूल रूप से सभी को अपने पूर्व जन्मों की यादो को भूलना पड़ता है | मृत्यु हो जाने पर आत्मा पुनः जीवन को धारण करता है | प्राचीन वेदों में तो यहाँ तक कहा गया है कि मनुष्य के पिछले जन्म में कर्म के अनुसार ही उसके जन्म का निर्धारण होता है |   हिन्दू धर्म के कुछ लोगो का यह भी मानना है कि एक मनुष्य के जैसे 7 मनुष्य इस संसार में होते है | पुनर्जन्म की